ना जाने मम्मी पापा कैसे जिया करते हैं नो से पांच की नौकरी में भी खुश रहा करते हैं। ना जाने मम्मी पापा कैसे जिया करते हैं नो से पांच की नौकरी में भी खुश रहा करते ह...
तुम्हारा होना न होने जैसा होता है। तुम्हारा होना न होने जैसा होता है।
कभी दीख जाती है किन्नरों की टोली, कुछ रेज़गारी के बदले अशेष दुआएँ देते कुछ मर्द औरतनु कभी दीख जाती है किन्नरों की टोली, कुछ रेज़गारी के बदले अशेष दुआएँ देते कुछ ...
जिंदगी के दोराहे को जी चुका हूँ मैं हाँ ,अपने वजूद को खो चुका हूँ मैं, बहुत निष्ठुर जिंदगी के दोराहे को जी चुका हूँ मैं हाँ ,अपने वजूद को खो चुका हूँ मैं, ब...
सोचकर लिखा एक रहस्य है, ये रहस्य भी एक दृश्य है। सोचकर लिखा एक रहस्य है, ये रहस्य भी एक दृश्य है।
हम तो जीते रहे इसी विश्वास में केवल वही तो अपने हैं इस जहाँ में एक मुसीबत क्या आई ज हम तो जीते रहे इसी विश्वास में केवल वही तो अपने हैं इस जहाँ में एक मुसीबत...